तू तन्हा नहीं, देख, वो हमेशा तेरे साथ खड़ी है।
वो शरारतें भी पाक़ हो जाएँ, जिनकी यादों से माँ जुडी है ॥
दूर हो जाऊं उससे, ये मुमकिन नहीं।
मेरी हर सांस उसकी मौजूदगी की मुनादी है ॥
वो शरारतें भी पाक़ हो जाएँ, जिनकी यादों से माँ जुडी है ॥
दूर हो जाऊं उससे, ये मुमकिन नहीं।
मेरी हर सांस उसकी मौजूदगी की मुनादी है ॥
Amazing lines!!!!
ReplyDeleteThank you so much.....it'll be great if you can disclose your identity..
DeleteMadhu Goswami...ha-ha...
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DeleteAmazing lines!!!!
ReplyDeleteAwesome love it..
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